हजरत अली की शहादत के मौके पर चौक की मस्जिद हसन रजा खासे से उठा मातमी जुलूस

फैजाबाद से साजिद हुसैन की रिपोर्ट
फैजाबाद चौक की मस्जिद से एक मातमी जुलूस रात 9: बजे उठकर वजीरगंज हजरत अब्बास की दरगाह पहुंचा जिसमें शहर की तमाम मातमी अंजुमनों ने शिरकत किया और हजरत अली की याद में नोहा ख्वानी व, सीनाजनी, की बताया जाता है कि शिया, के पहले इमाम और मुसलमानों के चौथे खलीफा हजरत अली जब 19 रमजान को सुबह नमाज अदा करने मस्जिद गए तभी उनके दुश्मनों ने जो के नमाजी के भेष में पहले से ही मस्जिद में मौजूद थे उन्होंने हजरत अली पर, जहर, से, बुझी तलवार से हमला बोल दिया I
हजरत की 2 दिन बाद यानी कि 21 रमजान को शहादत हो गई जब से पूरी दुनिया में हजरत अली की शहादत बड़े ही गमगीन माहौल में मनाई जाती है शिया समुदाय के लोग काले कपड़े पहन लेते हैं और 3 दिन हजरत अली की शहादत का दिन मनाया जाता है
घर में मजलिसे और जुलूस किए जाते हैं इसी कड़ी में आज 19 रमजान को चौक की मस्जिद से जुलूस उठकर वजीरगंज हजरत अब्बास की दरगाह पहुंचा सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था
सीओ सिटी अरविंद चौरसिया कोतवाली प्रभारी अमर सिंह कैंट इंस्पेक्टर राजेश सिंह महिला थाना अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था यह जुलूस चौक की मस्जिद से उठकर जमुनिया बाग होता हुआ हैदरगंज होता हुआ वजीरगंज बड़ी दरगाह में जाकर खत्म हुआ जहां हजरत अली की शहादत बयान की गई
जिसे सुनकर मोमनीनो की आंखों से आंसू जारी हो गए यह जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रही जुलूस में मुख्य रूप से चौक मस्जिद के मुतवलली डॉक्टर मिर्जा शहाब, शाह मिर्जा सादिक वरिष्ठ पत्रकार मंदिर मेहंदी वरिष्ठ पत्रकार अलमदार आबिद ताजिया दारकमेटी के अध्यक्ष मुनीर, आबदी, सिब्ते हसन शावर अनवर हुसैन अकबर हुसैन प्रिंस जाफरी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे