इमाम हुसैन अस० की विलादत पर हुई रुदौली में हुई महफ़िल

रिपोर्ट अलीम कशिश
रुदौली (अयोध्या)शिया मुसलमानो के तीसरे इमाम हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की यौमे पैदाइश (जन्मदिवस) मंगलवार को कस्बा रुदौली में धूमधाम के साथ मनाया गया।
पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा स० के नवासे हज़रत इमाम हुसैन उस अज़ीम शख्सियत का नाम है जिन्होंने अपने भरे घर को इस्लाम को बचाने के लिए लुटा दिया।
हजरत इमाम हुसैन ने दुनिया को पैगाम दिया कि हमेशा सच्चाई और इंसानियत का साथ देना चाहिए। इमाम हुसैन ने कर्बला में अपनी व अपने कुनबे की जान देकर अपने नाना हजरत मोहम्मद मुस्तफा का इस्लाम बचा लिया। इमाम हुसैन के बताये हुए सच्चाई और अंहिसा के रास्ते पर सभी को चलना चाहिए।
उर्दू महीने के शाबान की तीन तारीख को उनकी विलादत हुई इमाम हुसैन अस० ने बे औलाद राहिब को सात औलादें दी, फितरुस को पर दिया । यही नही जब दीन बचाने की बात आई तो 10 मोहर्रम सन 61 हिजरी में दीन की हिफाज़त के लिए अपने कुनबे के 72 लोगों की शहादतें दी।उक्त बातें हज़रत इमाम हुसैन के जश्ने विलादत के मौके पर मोहल्ला सोफियाना आसफी इमाम बारगाह में आयोजित महफ़िल में इमामे जुमा रुदौली मौलाना सरफ़राज़ हुसैन ने कही। बाद महफ़िल मुक़ामी शायरों ने इमाम हुसैन की शान में कसीदे पढ़ के अपनी अक़ीदत का इज़हार किया ।
महफ़िल के समापन पर सभी ने एक दूसरे को गले मिलकर इमाम की पैदाइश (जन्मदिवस) की बधाई दी ।इस मौके पर डॉक्टर नज़ीर अब्बास शबीउलहसन रिज़वानुल हसन मास्टर खुर्शेद समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे ।
इमाम हुसैन के जन्मदिवस पर नवाब बज़ार में लगी सबील
पैगम्बर हज़रत मोहम्मद स० के नवासे इमाम हुसैन अस० के जन्म दिवस के मौके पर रुदौली के मोमेनीन द्वारा नगर के नवाबबज़ार स्थित सुतानिया बिल्डिंग पर राहगीरों को ठंडे पानी व शर्बत की सबील लगाई। इस मौके पर इमामे जुमा मौलाना सरफ़राज़ हुसैन ,कमर अब्बास ,मीसम रिज़वी, फज़ील ,अशरफ ,कुमैल ,अशरफ नासिर ,अब्बास मंज़र ,ज़ैद खान ,ज़ीशान खान, फैज़ान ताहिर रिज़वी समेत काफी तादात में लोग उपस्थित थे