दिल्ली पर बाढ़ का खतरा, लोहे का पुल किया गया बंद, 27 ट्रेनें रद्द
दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है। निचले इलाकों में पानी भर गया है। नदी खतरे के निशान से फिलहाल .68 मीटर ऊपर बह रही है। दिल्ली सरकार का कहना है कि सोमवार को भी जल स्तर बढ़ेगा। उधर, बाढ़ राहत व बचाव कार्य से जुड़ी सभी एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
दिल्ली।एक ओर जहां यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण लोहे के पुल पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। वहीं भारतीय रेल ने भी गंभीर स्थिति देखते हुए और लोहे के पुल के अस्थायी रूप से बंद होने के कारण 27 पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी हैं और 7 के रूट डायवर्ट कर दिए हैं।
गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को निजामुद्दीन इलाके का दौरा कर हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार हर हालत से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। लोहे के पुल पर बने सड़क मार्ग को बंद कर दिया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से रविवार को दिनभर औसतन एक लाख क्यूसेक पानी हर घंटे छोड़ा गया। अभी शुक्रवार व शनिवार को बैराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली पहुंच रहा है।
बैराज से छोड़े गए 6 लाख क्यूसेक पानी का असर दोपहर बाद दिखेगा
रविवार सुबह 6 बजे जल स्तर 205.44 था। यह शाम छह बजे तक 205.51 मीटर तक पहुंच गया। यह खतरे के निशान 204.83 मीटर से .68 मीटर ऊपर है। अनुमान है कि सोमवार सुबह 6 बजे जल स्तर 205.65 मीटर तक पहुंचेगा। अधिकारियों की मानें तो सोमवार को भी दिनभर जल स्तर बढ़ने का ट्रेंड रहेगा। बैराज से छोड़े गए 6 लाख क्यूसेक पानी का असर दोपहर बाद दिखेगा।
उधर, जल स्तर बढ़ने के बाद जिला प्रशासन निचले इलाकों को खाली करा रहा है। लगातार लाउडस्पीकर से यमुना खादर को खाली करने की चेतावनी जारी की जा रही है। लोगों को खादर से निकाल यमुना पुश्ते पर बनाए गए राहत कैंप में बसाया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हालात का जायजा लेने के बाद लोगों से अपील की कि वह राहत कैंप में चलें जाएं।