काकोरी क्षेत्र में भी डेंगू बुखार का आतंक,दर्जनों मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती
काकोरी क्षेत्र में भी डेंगू बुखार का आतंक,दर्जनों मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती
अधीक्षक बने बेपरवाह,
ग्रामीण कर रहे पलायन,
लखनऊ।सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद जिम्मेदार किरकिरी कराने से बाज नहीं आ रहे हैं।काफी दिनों से लोग डेंगू बुखार,टाइफॉयड,मलेरिया और वायरल से ग्रसित होकर निजी अस्पतालों व पैथोलॉजी को मनमानी रकम देने को मजबूर हैं।सीएचसी अधीक्षक को इंतजार रहता है मरीज लखनऊ से जांच कराकर उनको जानकारी दे।कई गांवों के दर्जनों लोग निजी अस्पतालों में भर्ती हैं।लेकिन जानकारी के बावजूद स्वास्थ्य विभाग वहां कैम्प लगाना भी मुनासिब नहीं समझता।डर का माहौल यह है
रिपोर्ट-पंचदेव यादव
कि लोग लखनऊ पलायन कर रहे हैं।जानकारी के मुताबिक काकोरी सैदपुर गांव के डेंगू से पीड़ित लईक अहमद,बुद्धधू,सहाबुद्दीन,अजमत अली,इलियास की पत्नी,जानकी,मंगू आदि के डेंगूँ,बुखार,वायरल से पीड़ित हैं।सैदपुर सहित इलाके के कई गांवों के दर्जनों मरीज निजी अस्पतालों में महंगे इलाज और निजी पैथोलोजी के फेर में पड़कर अपनी गाढ़ी कमाई गंवा रहे हैं।क्योंकि डॉक्टर मरीज को भय दिखाकर महंगी जांचें कराकर अपना कमीशन बटोटने में लगे रहते हैं।लेकिन इन सबसे बेपरवाह काकोरी के स्वास्थ्य विभाग के पास न तो कोई पुख्ता जानकारी है न तो गांवों में जागरूकता और दवा वितरण कैम्प लगाना मुनासिब समझा, जिसे लेकर लोगों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है।काकोरी सीएचसी अधीक्षक उमा शंकर लाल को गांवों में फैल रही डेंगू,बुखार,वायलर,टाइफाइड आदि की बीमारी से अनभिज्ञ दिखते हैं कहते हैं कि चूंकि सीएचसी पर डेंगू की जांच नहीं होती है।इसलिए मरीज लखनऊ में जांच कराकर जब उन्हें बताया है तो पता चल जाता है लेकिन राहत और बचाव के नाम पर गोलमोल जवाब देते हैं।सीएचसी काकोरी पर रोज 600 से 850 मरीज रोजाना ओपीडी में आते हैं।