अहमदाबाद इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल हुए डाक निदेशक केके यादव
अहमदाबाद इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल हुए डाक निदेशक केके यादव
भाषा के बदलते स्वरुप” सत्र को सम्बोधित किया डाक निदेशक केके यादव ने
गुजरात में आयोजित हुए “अहमदाबाद इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल” में चर्चित ब्लॉगर व साहित्यकार एवं लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव बतौर स्पीकर शामिल हुए। इस दौरान डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने “भाषा के बदलते स्वरुप” सत्र को सम्बोधित किया और लोगों से संवाद किया। श्री यादव ने कहा कि भाषा सिर्फ माध्यम भर नहीं है बल्कि किसी भी देश की संस्कृति की संवाहक है। भाषा की सहजता और अन्य भाषाओं से शब्दों को ग्रहण करने की क्षमता इसे और भी मजबूत बनाती है। सोशल मीडिया के दौर में भाषाई शुद्धता का ध्यान रखना भी जरूरी है, अन्यथा आने वाली पीढ़ियाँ इसके मूल स्वरूप से वंचित रह जाएंगी। बॉलीवुड के चर्चित गीतकार संदीप नाथ ने फिल्मों और गीतों में भाषा के बदलते स्वरूप पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन फ़ौकिया वाजिद ने किया।
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अहमदाबाद लिटरेचर फेस्टिवल का उद्घाटन करते हुए कहा कि, साहित्य समाज का दर्पण है और आज के दौर में साहित्यकारों की भूमिका और भी बढ़ गई है।
फेस्टिवल के संस्थापक निदेशक उमाशंकर यादव ने बताया कि 16 और 17 नवंबर को आयोजित हुए इस लिटरेचर फेस्टिवल में ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता रघुवीर चौधरी, फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह, कहानीकार नीलेश मिश्रा, समाजसेविका मल्लिका साराभाई इत्यादि सहित तमाम चर्चित लोगों ने कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में विचार व्यक्त किये और सार्थक संवाद के माध्यम से समाज को एक नई दिशा देने की कोशिश की।