उत्तर प्रदेशलखनऊ

चार साल की बच्ची के स्टेम सेल से मिला बड़ी बहन को नया जीवन – डॉ अंशुल गुप्ता व उनकी टीम ने असामान्य व जटिल इलाज को सफलतापूर्वक किया पूरा

मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ में अप्लास्टिक एनीमिया की मरीज का सफलतापूर्वक हुआ बोन मैरो ट्रांसप्लांट

– चार साल की बच्ची के स्टेम सेल से मिला बड़ी बहन को नया जीवन – डॉ अंशुल गुप्ता व उनकी टीम ने असामान्य व जटिल इलाज को सफलतापूर्वक किया पूरा

लखनऊ, 9 दिसंबर, 2022: मेदांता हॉस्पिटल अपनी स्थापना के समय से ही लखनऊ, पूर्वांचल व मध्य उत्तर-प्रदेश के मरीजों को अपने सुपर-स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम व अल्ट्रा-मॉडर्न मेडिकल सुविधाओं के जरिए बेहतरीन व संतोषजनक इलाज उपलब्ध करा रहा है। इसी सिलसिले को आगे बढाते हुए डॉ अंशुल गुप्ता, डायरेक्टर, हेमेटो-ऑन्कोलॉजी एंड बोन मैरो ट्रांसप्लांट, कैंसर इंस्टिट्यूट, मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ व उनकी टीम ने अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित 17 वर्षीया किशोरी को नया जीवनदान दिया। खास बात यह रही कि इलाज के लिए मरीज की 4 वर्षीया बहन के स्टेम सेल्स का प्रयोग हुआ।
डॉ अंशुल गुप्ता ने बताया, “अप्लास्टिक एनीमिया किसी भी उम्र में होने वाली एक दुर्लभ और गंभीर बीमारी है। इस बीमारी में मरीज का बोन मैरो नए ब्लड सेल्स का निर्माण करना बंद कर देता है। इससे मरीज बेहद थका हुआ महसूस करता है, नए ब्लड सेल्स के न बनने से शरीर में संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। साथ ही मरीज को अनियंत्रित रक्तस्राव होने लगता है। अप्लास्टिक एनीमिया खून की कमी से जुड़ी बीमारी है जिसमें शरीर में रक्त कोशिकाओं का निर्माण कम हो जाता है। इस रोग के लक्षणों को नजरअंदाज करना घातक सिद्ध होता है।”
डॉ अंशुल गुप्ता के मुताबिक, “17 वर्षीया उम्मी जब उनके पास आई तो उसके शरीर में ब्लड काउंट खतरनाक रूप से काफी नीचे जा चुका था। उनकी कई तरह की जांच की गई। जांच के उपरांत यह फैसला लिया गया कि उनके शरीर में किसी स्वस्थ डोनर का बोन मैरो इनफ्यूज किया जाए।”
डॉ गुप्ता ने बताया, ” इस मामले में उम्मी काफी भाग्यशाली रहीं और उनकी छोटी बहन फारिया का बोन मैरो मैच कर गया। डोनर से स्वस्थ बोन मैरो/स्टेम सेल्स को निकाला गया और उसे ब्लड बैंक में 3-4 हफ्ते तक हार्वेस्ट किया गया। इसके पश्चात उम्मी के शरीर में मौजूद खराब हो चुके बोन मैरो को कीमोथेरेपी के जरिये नष्ट कर स्वस्थ बोन मैरो को उनके शरीर में इनफ्यूज किया गया। इलाज के पश्चात मरीज व डोनर पूरी तरह स्वस्थ हैं और रेगुलर फॉलोअप के लिए मेदांता अस्पताल आ रहे हैं।”
बता दें, मेदांता अस्पताल लखनऊ विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है। मेदांता के सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर्स परामर्श के साथ-साथ अत्याधुनिक चिकित्सा और नैदानिक ​​उपकरणों का उपयोग करके मरीजों को सम्पूर्ण देखभाल प्रदान करते हैं। मेदांता अस्पताल में इमरजेंसी, क्रिटिकल केयर, कार्डियक साइंसेज, न्यूरोसाइंसेस, कैंसर ट्रीटमेंट, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, किडनी ट्रांसप्लांट, लिवर ट्रांसप्लांट, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, आईसीयू आदि की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।

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