डाक्टरों के अनुसार, मोटापे से जुड़ी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में मददगार है बैरिएट्रिक सर्जरी
डाक्टरों के अनुसार, मोटापे से जुड़ी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में मददगार है बैरिएट्रिक सर्जरी
12 अक्टूबर 2021,
लखनऊ: गैस्ट्रिक बाईपास और अन्य वजन घटाने की सर्जरी को सामूहिक रूप से बेरिएट्रिक सर्जरी के नाम से जाना जाता है, इस तरह की सर्जरी में एक मोटे व्यक्ति को वजन कम करने में मदद करने के लिए पाचन तंत्र में परिवर्तन करना शामिल होता है। बेरिएट्रिक सर्जरी तब की जाती है जब व्यक्ति में स्वस्थ डाइट और एक्सरसाइज से वजन कम होने में कोई फायदा न हो या जब व्यक्ति डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हो। इस तरह की सर्जरी मोटे लोगों की जिंदगी में बदलाव ला सकती है, लेकिन यह हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में भी मददगार साबित हुई है, गौरतलब है कि मोटे लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या प्रायः रहती है।
मोटापा आज महामारी के रूप में पूरी दुनिया में फ़ैल चुका है और यह साइलेंट किलर बन गया है। किसी भी अन्य संक्रामक समस्या की तुलना में ज्यादा लोग मोटापे और इससे संबंधित बीमारियों से मर रहे हैं। डब्ल्यूएचओ मोटापे को अत्यधिक फैट संचय के रूप में परिभाषित करता है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाता है। 25 से ज्यादा के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) को ज्यादा वजन वाला माना जाता है, और 30 से ऊपर बीएमआई वाले व्यक्ति को मोटापा से पीड़ित माना जाता है।
रीजेंसी सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के एमएस एम. सीएच. (जीआई सर्जरी) सीनियर कंसल्टेंट डॉ प्रदीप जोशी ने कहा कि ज्यादा वजन वाले या मोटे लोगों के लिए ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए एक स्वस्थ डाइट, ज्यादा शारीरिक गतिविधि और कम आलस भरी लाइफस्टाइल को पालन करने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा, “ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए वजन कम करना महत्वपूर्ण होता है। जब खानपान में बदलाव और एक्सरसाइज से लंबे समय तक वजन घटाने और ब्लड प्रेशर में कोई मदद नहीं मिलती है तो हम बैरिएट्रिक सर्जरी कराने की सलाह देते हैं। इस सर्जरी ने बहुत समय से वजन घटाने और बेहतर ब्लड प्रेशर दोनों में लाभ दिखाया है, इस तरह की सर्जरी से ऑर्गन डैमेज, नकारात्मक प्रभाव की संभावना काफी कम हो जाती है।”
हार्ट में चोट और स्ट्रोक के अलावा हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन से किडनी की समस्या हो सकती है। बहुत कम मरीजों को वजन घटाने वाली दवा दी जाती है या मेटाबोलिक सर्जरी के लिए रेफर किया जाता है। ओबेसिटी और मेटाबोलिक सर्जरी सोसाइटी ऑफ इंडिया (OSSI) के दिशा-निर्देशों के अनुसार 35 और इससे ज्यादा के बीएमआई वाले व्यक्तियों के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी कराने की सलाह दी जाती है। कुछ केसेस में 30 और इससे ज्यादा के बीएमआई वाला व्यक्ति भी टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, आदि की उपस्थिति में इस सर्जरी को कराने के लायक माना जाता है।
बेरिएट्रिक या मेटाबोलिक सर्जरी के लिए कोई मरीज लायक है या नहीं इसका मूल्यांकन बेरिएट्रिक सर्जरी टीम द्वारा पूर्ण नैदानिक मूल्यांकन के बाद किया जाता है, इस मूल्यांकन में ब्लड प्रेशर के लेवल की जाँच भी शामिल होती है।
डॉ प्रदीप जोशी ने इस बारे में आगे बताते हुए कहा, “बेरिएट्रिक या वजन घटाने की सर्जरी के लायक व्यक्ति को सर्जरी से पहले अपने खानपान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाता है। यह व्यक्ति की क्लीनिकल प्रोफ़ाइल और वजन के आधार पर 7 से 15 दिनों के लिए हो सकता है। उन्हें कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थों से बचने के लिए भी कहा जाता है और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। शुगर से बचने की भी सलाह उन्हें दी जाती है। सर्जरी से पहले धूम्रपान और शराब का सेवन बंद कर देना चाहिए।”
एक बार जब किसी व्यक्ति की बेरिएट्रिक सर्जरी हो जाती है, तो उसे 24 घंटे के लिए कुछ भी न खाने के लिए कहा जाता है। इस अवधि के दौरान उन्हें इंट्रावेनस (अंतःशिरा) तरल पदार्थ पर रखा जाता है। सर्जरी के बाद पहले 15 दिनों तक उन्हें तरल पदार्थ ही दिया जाता है। दूसरे फेज में वे अगले 2 हफ्ते तक शुद्ध खाद्य पदार्थों को खाते हैं। भोजन को अच्छी तरह चबाकर, धीरे-धीरे और कम मात्रा में खाने की सलाह उन्हें दी जाती है।
भारत में मोटापा एक नए स्वास्थ्य संकट के रूप में उभरा है इस संकट से तत्काल निपटने की जरूरत है। इंडियन जर्नल ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट 1 के अनुसार, वर्तमान में भारत में 135 मिलियन से ज्यादा मोटे लोग हैं। अध्ययन में यह भी उल्लेख किया गया है कि देश अंडर-न्यूट्रीशन (अल्प-पोषण) और ओवर-न्यूट्रीशन (अति-पोषण) के दोहरे बोझ से दबा हुआ है। इसके अलावा मोटापे से जुड़ी हाई ब्लड प्रेशर कोविड-19 महामारी के बीच एक नई मुसीबत बन गया है। लगातार हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी की बीमारी जैसी कई गंभीर और संभावित जानलेवा बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। द लैंसेट में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन 2 के अनुसार, लगभग एक तिहाई भारतीय पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं।
बैरिएट्रिक सर्जरी कई लाभ प्रदान कर सकती है लेकिन व्यक्ति को अपने खानपान में स्थायी स्वस्थ बदलाव करना पड़ सकता है और इस सर्जरी की लॉन्ग टर्म सफलता सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए नियमित एक्सरसाइज करना चाहिए।