उत्तर प्रदेशफ़ैज़ाबाद

आठ माह के कार्यकाल में आमजन के प्रिय रहे रूदौली एसडीएम टीपी वर्मा

एसडीएम रूदौली का तबादला बना चर्चा का विषय

रुदौली-अयोध्या।(आरएनएस ) रानीमऊ चैराहे से भेलसर वापस आते समय जरैला बाजार में गाड़ी रुकवाकर सुरक्षा में तैनात गार्डो को सड़क पर ही रोककर ,बाजार में प्रवेश करते ही सब्जी बेच रहे एक युवक से पूछते है भैया मटर का भाव है ?सब्जी वाले ने भी आम नागरिक की तरह भाव देते हुए कहा 20 रुपये किलो? वही सब्जी की दुकान पर उकड़ू बैठकर मटर की फलियो को हाथ मे लेकर फिर से पूछना भैया कुछ कम में नही लगेगा ?सब्जी वाले ने उत्तर दिया नही।

चलो ठीक है दो किलो दे दो ।सब्जी वाले युवक ने सब्जी तौल कर दे दिया ।वहां से दूसरी सब्जी की दुकान पर अपने हाथों में थैला लेकर आगे बढ़ लिए। ये और कोई नही बल्कि रुदौली में तैनात रहे उपजिला अधिकारी त्रिवेणी प्रसाद वर्मा की कहानी है। वास्तव में इतनी शालीनता जमीन से जुड़े व्यक्ति में ही हो सकती है।

रुदौली से बीकापुर श्री वर्मा का तबादला कर्मचारियों ही नही बल्कि आम जन मानस के गले नही उतर रहा है। लगभग आठ माह के कार्यकाल में रुदौली की जनता के दिलो में एसडीएम टीपी वर्मा ने वह स्थान बनाया शायद ही कोई दूसरा बना पाए। कर्मचारी बताते है कि एसडीएम साहब का जनता से मिलने के लिये कोई समय नही निर्धारित था चाहे आफिस में हो या आवास पर या फिर किसी गांव कार्यक्रम में जनता की समस्या सुनने में कोई गुरेज नही थीं।न सिर्फ जनता की समस्या सुनना बल्कि प्रभावी कार्यवाही व सन्तुष्टि ही एक मात्र लक्ष्य था।

भेलसर चैराहे पर हेयर कटिंग सैलून चलाने वाले मो 0 मुस्तकीम ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व हाइवे पर एक बंदर की किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से मृत्यु हो गई ।सुबह जैसे ही इसकी जानकारी एस डी एम टी पी वर्मा को हुई तत्काल घटना स्थल पर पहुँच कर अपने पैसो से अंत्योष्टि का समान मंगवाया और नवीन मंडी स्थल के बगल विधि विधान से समाधि दिलवाई ।

इसके अलावा सरकार की कल्याणकारी योजनाएं आम जनता तक सीधे पारदर्शी तरीके से कैसे पहुँचे कम्बल वितरण के दौरान ही जनता को देखने को मिला। शीत कालीन भ्रमण पर जब भी कोई गांव पहुँचते पूरा गांव घूमकर ही पता लगा लेते कि किसको सरकारी गर्मी का एहसास दिलाना है ।जिन जरूरत मन्दो को ठंडी रात में कम्बल मिलता उनका नाम तो किसी गंवई नेता के और न ही पटवारी की लिस्ट में उसका नाम होता।हलाकि प्रशासनिक तंत्र मे तबादला होना एक सतत प्रक्रिया है।

इस प्रक्रियां से सरकारी कर्मचारी को गुजरना पड़ता है,लेकिन उपजिलाधिकारी टीपी वर्मा का तबादला पूरे रुदौली क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है, बल्कि कई सवाल भी खड़े कर रहे है।
उपजिलाधिकारी आवास पर तैनात एक कर्मचारी ने बताया कि एस डीएम वर्मा की दिनचर्या भी अतुलनीय थीं।सुबह चार बजे विस्तर से छोड़ने के बाद लगभग चार किलोमीटर वाक फिर आवास पर लगे तरह तरह के पौधों की देखभाल स्वंय खुरपी लेकर करना ।इसके अलावा आवास में स्थित एक छोटे से तालाब की मछलियों को बगैर चारा डाले स्वयं भोजन न करना आदि शामिल हैं।

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